
जम्मू-कश्मीर में चुनावों की तैयारी जोरों पर हैं. कुछ सालों पहले तक अलगाववादी नेता विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करते रहे हैं, लेकिन इस बार उनकी चुनावी तैयारी घाटी की राजनीति में एक बड़े बदलाव को संकेत देती है. इस बदलाव को दक्षिण कश्मीर की राजनीति में एक महत्वपूर्ण क्षण के रूप में देखा जा रहा है.