यमन के हूती विद्रोहियों का दावा, इजरायली सैन्य ठिकानों पर किया ड्रोन अटैक
12-25 HaiPress
हूती विद्रोही.
सना:
यमन के हूती विद्रोहियों ने कहा कि उसने इजरायल के सैन्य स्थलों को निशाना बनाकर ड्रोन हमला किया. हूती द्वारा संचालित अल-मसीरा टीवी पर सोमवार को प्रसारित एक बयान में हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने कहा कि पहला हमला अश्कलोन क्षेत्र में एक सैन्य ठिकाने को निशाना बनाकर किया गया,और दूसरा हमला तेल अवीव में एक सैन्य ठिकाने पर किया गया. उन्होंने दावा किया कि इन हमलों में लक्ष्य हासिल कर लिए गए,लेकिन उन्होंने कथित लक्ष्यों के बारे में कुछ नहीं बताया और न ही अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत पेश किया.
उन्होंने कहा,"ये अभियान तब तक नहीं रुकेंगे जब तक गाजा पर इजरायली आक्रमण बंद नहीं हो जाता और घेराबंदी नहीं हटा ली जाती."
हूती ड्रोन हमले के बाद,इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने चेतावनी जारी करते हुए कहा,"हम हूतियों पर कड़ा प्रहार करेंगे,उनके रणनीतिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाएंगे और उनके नेताओं का सिर काट देंगे."
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार,इजरायली सेना ने कहा कि हमले को उसकी वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा रोक दिया गया.
हूती हमले शनिवार को हमास की उस घोषणा के बाद हुए हैं,जिसमें उसने कहा था कि यदि इजरायल नई शर्तें रखना बंद कर दे तो गाजा पट्टी में युद्ध विराम समझौता "पहले से कहीं अधिक निकट" है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी सोमवार को कहा कि हमास के साथ बंधकों के लिए युद्ध विराम समझौते को सुरक्षित करने के प्रयासों में प्रगति हुई है,लेकिन उन्होंने आगाह किया कि समझौते तक पहुंचने की समयसीमा अभी भी अस्पष्ट है.
नवंबर 2023 से,हूती इजरायल के शहरों पर रॉकेट और ड्रोन हमले कर रहे हैं और लाल सागर में "इजरायल से जुड़े" शिपिंग को बाधित कर रहे हैं,ताकि वहां इजरायल-हमास संघर्ष के बीच गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाई जा सके.
हूती समूह ने 2014 के अंत से उत्तरी यमन के अधिकांश भाग पर नियंत्रण कर लिया है,जिसके कारण अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त यमनी सरकार को राजधानी सना से बाहर होना पड़ा है.