10 साल... 14 भाषण... 19 सम्मान... PM मोदी ने रच दिया नया इतिहास
11-22 HaiPress
नई दिल्ली :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को 10 सालों में 19 देशों ने सम्मानित किया है. साथ ही इस दौरान उन्होंने 14 बार विदेशी संसद को संबोधित भी किया है. पीएम मोदी को जिन देशों ने सम्मानित किया है,उनमें मुस्लिम वर्ल्ड के देश भी शामिल हैं. बीजेपी का कहना है कि यह कूटनीतिक लिहाज से बड़ी बात है. भारत को अमेरिका भी सम्मानित करता है और रूस भी,भारत की बात गयाना भी सुनता है और अफगानिस्तान भी,इजरायल भी और फिलिस्तीन भी. तो क्या यह मान लिया जाए कि भारत ने एक नए युग की शुरुआत कर दी है,जिसमें गुटनिरपेक्ष होने की जगह सबके साथ होना ज्यादा अहम है और पीएम मोदी इसमें कामयाब हैं.
गयाना से मिले सर्वोच्च सम्मान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान बताया. जाहिर है कि सम्मान पूरे देश का है. इस बात की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक दुनिया के 19 देशों की तरफ से सम्मानित किए जा चुके हैं.
इन देशों ने किया PM मोदी का सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अप्रैल 2016 में सऊदी अरब के सर्वोच्च नागरिक सम्मान किंग अब्दुल अजीज सैश से,अफगानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान अमीर अमानुल्लाह खान पुरस्कार से,वर्ष 2018 में फिलिस्तीन के ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन पुरस्कार से,वर्ष 2019 में संयुक्त अरब अमीरात के आर्डर ऑफ जायद पुरस्कार से,2019 में रूस के द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल सम्मान से,मालदीव के निशान इज्जुद्दीन सम्मान से,बहरीन के द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां अवॉर्ड से और अमेरिका के यूनाइटेड स्टेट आर्म्ड फोर्सेस अवार्ड लीजन ऑफ मेरिट से सम्मानित किया गया.इसके साथ ही पीएम मोदी को 2021 में भूटान के सर्वोच्च पुरस्कार ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो से,2023 में पलाऊ के एबाक्ल अवॉर्ड से,फिजी के कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी पुरस्कार से,पापुआ न्यू गिनी के ग्रैंड कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू से,मिस्र के ऑर्डर ऑफ नाइल सम्मान से 2023 में फ्रांस के सर्वोच्च पुरस्कार ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से,25 अगस्त 2023 को ग्रीस के द ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर से,पिछले दिनों डोमिनिका के डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर से,नाइजीरिया के द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर से,बारबाडोस के ऑनररी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस अवॉर्ड से और गयाना के ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
मुस्लिम देशों में भी PM मोदी का सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुस्लिम वर्ल्ड से भी सम्मान मिला है. दुनिया के मुस्लिम देशों की तरफ से भी सर्वोच्च सम्मान दिया गया. बीजेपी का कहना है कि यह एक नए युग क शुरुआत है. पहले भारत किसी के साथ नहीं था,लेकिन अब सबके साथ है.भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा,"इसमें चार मुस्लिम देश भी हैं,जो लोग बहुत नारा गाते हैं फिलिस्तीन का. फिलिस्तीन ने भी अपना सर्वोच्च सम्मान प्रधानमंत्री मोदी को दिया है,अर्थात आप तो फिलिस्तीन की जय बोलते हैं और फिलिस्तीन वालों ने मोदी जी का अभिनंदन किया है,मुझे लगता है कि इस समय कूटनीति दक्षता और कूटनीतिक सामंजस्य के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नए युग का सूत्रपात किया है. यानी हम पहले किसी के साथ नहीं थे,लेकिन आज सबके साथ हैं."प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्मान दुनिया के अलग-अलग देशों में किया गया. भारत के पड़ोस से लेकर दुनिया के अलग-अलग कोनों तक हर जगह पीएम ने देश का मान बढ़ाते हुए कहा कि यह सम्मान 140 करोड़ हिंदुस्तानियों का है.
14 बार इन देशों की संसद को किया संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 बार विदेशी संसद में वहां के सांसदों को संबोधित किया. अमेरिका में पीएम मोदी ने दो बार विदेश संसद को संबोधित किया है. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया,ब्रिटेन,फिजी,मॉरिशस,युगांडा,नेपाल,भूटान,श्रीलंका,मंगोलिया,अफगानिस्तान और मालदीव की संसद को भी पीएम मोदी ने संबोधित किया है.पीएम मोदी के नाम विदेशी संसदों को सबसे अधिक बार संबोधित करने वाले पीएम का रिकॉर्ड भी दर्ज है. पीएम मोदी 14 बार विदेश में किसी संसद को संबोधित कर चुके हैं. उनके बाद इस लिस्ट में सात देशों के साथ मनमोहन सिंह का नाम दर्ज है. इसी तरह से इंदिरा गांधी चार बार,जवाहरलाल नेहरू तीन बार,राजीव गांधी दो बार,अटल बिहारी वाजपेयी दो बार,नरसिम्हा राव एक बार और मोरारजी देसाई एक बार विदेश संसद में भाषण दे चुके हैं.
देखा जाए तो पिछले 10 वर्षो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एशिया से लेकर अमेरिका,यूरोप,अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया तक कई देशों की संसद में भारत का मान बढ़ाया है.
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत कूटनीतिक दक्षता के जिस ऊंचे मुकाम पर पहुंचा है. बढ़ रहे हैं हम प्रगति ओर उस रफ्तार से,कर रहा है विश्व भी हमको नमन उस पार से."