चुनाव से पहले AAP को झटका, मंत्री कैलाश गहलोत ने दिया इस्तीफा, बोले- अब कोई ऑप्शन नहीं बचा
11-17 HaiPress
कैलाश गहलोत
नई दिल्ली:
दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत ने पार्टी और पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपने इस्तीफे में केजरीवाल को लिखा किसबसे पहले मैं आपको एक विधायक और एक मंत्री के रूप में दिल्ली के लोगों की सेवा और प्रतिनिधित्व करने का सम्मान देने के लिए ईमानदारी से धन्यवाद देना चाहता हूं. लेकिन साथ ही मैं यह भी बताना चाहता हूं कि आज आम आदमी पार्टी के सामने गंभीर चुनौतियां हैं. चुनौतियां पार्टी के भीतर से हैं,उन्हीं मूल्यों से जुड़ी हैं,जिनके कारण हम आम आदमी पार्टी में आए हैं. राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं लोगों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पर हावी हो गई हैं,जिससे कई वादे छूट गए हैं.
हम राजनीतिक एजेंडे के लिए लड़ रहे हैं...
गहलोत ने आगे लिखा कि यमुना नदी को ही ले लीजिए,जिसे हमने स्वच्छ नदी बनाने का वादा किया था,लेकिन कभी पूरा नहीं कर पाए. अब यमुना नदी शायद पहले से भी ज़्यादा प्रदूषित हो गई है. इसके अलावा,अब कई शर्मनाक मामले सामने आ रहे हैं. 'शीशमहल' जैसे अजीबोगरीब विवाद,जो अब सभी को संदेह में डाल रहे हैं कि क्या हम अभी भी आम आदमी होने में विश्वास करते हैं. एक और दर्दनाक बात यह है कि लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने के बजाय हम केवल अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए लड़ रहे हैं.AAP से अलग होने के अलावा कोई विकल्प नहीं
इससे दिल्ली के लोगों को बुनियादी सेवाएं देने की हमारी क्षमता भी बुरी तरह से कम हो गई है. अब यह स्पष्ट है कि अगर दिल्ली सरकार अपना अधिकांश समय केंद्र से लड़ने में बिताती है तो दिल्ली की तरक्की नहीं हो सकती. मैंने अपनी राजनीतिक यात्रा दिल्ली के लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता के साथ शुरू की थी और मैं इसे जारी रखना चाहता हूं. इसलिए,मेरे पास AAP से अलग होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है और इसलिए मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं.गहलोत के इस्तीफे पर बीजेपी की प्रतिक्रिया
कैलाश गहलोत के इस्तीफे और पार्टी छोड़ने पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस्तीफा देकर बताया कि आप किस तरह से आम से खास पार्टी बन चुकी है. उसका सियासी धर्मांतरण हो चुका है,सब मूल्यों से हट चुकी है. जो वादे किए,सारे वादे तोड़ दिए. वादे करने वाले शीशमहल में व्यस्त हो गए. अन्ना हजारे भी आप और केजरीवाल के बारे में ऐसी ही बातें कह चुके हैं. योगेंद्र यादव और कुमार विश्वास ने भी ऐसी ही बातें कही. आप केवल अरविंद आदमी पार्टी बन चुकी है.कैलाश गहलोत के इस्तीफे पर AAP सूत्रों ने जवाव दिया है कि उन पर ED और इनकम टैक्स के कई मामले लंबित थे. कैलाश गहलोत पर ED और इनकम टैक्स के कई छापे पड़े. उनके पास BJP में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. यह BJP की साजिश है. BJP ED और CBI के दम पर दिल्ली चुनाव जीतना चाहती है.