शेख हसीना पर भारत को 'रेड नोटिस' भेजने की तैयारी में बांग्लादेश, समझिए क्या है यह
11-11 HaiPress
(फाइल फोटो)
ढाका:
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने रविवार को कहा कि वह अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और अन्य 'भगोड़ों' को भारत से वापस लाने के लिए इंटरपोल से मदद मांगेगी ताकि उन सभी पर मानवता के खिलाफ कथित अपराधों के लिए मुकदमा चलाया जा सके. हसीना और उनकी पार्टी के नेताओं पर सरकार विरोधी छात्र आंदोलन को क्रूर तरीके से दबाने का आदेश देने का आरोप है. जुलाई से अगस्त महीने में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान कई लोगों की मौत हुई थी.
बड़े पैमाने पर विद्रोह में बदल गया था आंदोलन
बाद में यह आंदोलन बड़े पैमाने पर विद्रोह में तब्दील हो गया,जिस कारण हसीना को पांच अगस्त को गुप्त रूप से भारत भागना पड़ा. मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के अनुसार,विरोध प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 753 लोग मारे गए और हजारों लोग घायल हुए. इस घटना को यूनुस ने मानवता के विरुद्ध अपराध और नरसंहार बताया.बांग्लादेश ने हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी जारी की
अक्टूबर के मध्य तक हसीना और उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ मानवता के विरुद्ध अपराध और नरसंहार की 60 से ज्यादा शिकायतें दर्ज कराई गईं.कानूनी मामलों के सलाहकार आसिफ नज़रुल ने किसी व्यक्ति का नाम तो नहीं बताया,लेकिन पुष्टि की कि बांग्लादेश ने हसीना के लिए पहले ही गिरफ्तारी जारी कर दी है,जिन्हें आखिरी बार हेलीकॉप्टर से भारत भागते हुए देखा गया था,जब उनके महल पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया था. 15 साल तक शासन करने वाली हसीना पर व्यापक मानवाधिकार हनन के आरोप लगे,जिसमें न्यायेतर हत्याएं और राजनीतिक विरोधियों की सामूहिक हिरासत शामिल है.आईसीटी उच्चतम न्यायालय परिसर में पुराने उच्च न्यायालय भवन में स्थित है.