आईएसआई चीफ बने असीम मलिक; उन दो की तरह क्या वो भी बनाएंगे नया इतिहास?
09-25 HaiPress
असीम मलिक से पहले रहे दो आईएसआई चीफ अपने कारनामों के कारण इतिहास में दर्ज हो चुके हैं.
ISI New Chief Appointed: लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक (Muhammad Asim Malik) को पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का नया महानिदेशक नियुक्त किया गया है. पाकिस्तान के सरकारी टेलीविजन ने सोमवार को यह जानकारी दी.लेफ्टिनेंट जनरल मलिक वर्तमान में रावलपिंडी स्थित सैन्य मुख्यालय में एक सहायक जनरल के रूप में कार्यरत हैं. वह 30 सितंबर को अपना नया कार्यभार संभालेंगे और मौजूदा महानिदेशक (डीजी) लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम की जगह लेंगे.
कौन करता है नियुक्ति?
आईएसआई प्रमुख की नियुक्ति प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है,लेकिन परंपरा के अनुसार वह सेना प्रमुख के परामर्श से इस शक्ति का प्रयोग करते हैं. आईएसआई प्रमुख का पद पाकिस्तानी सेना में सबसे महत्वपूर्ण पदों में से एक माना जाता है,जिसने देश के 77 से अधिक वर्षों के अस्तित्व में आधे से अधिक समय तक शासन किया है तथा सुरक्षा और विदेश नीति के मामलों में अब तक काफी शक्ति का प्रयोग किया है.आसिम मलिक कौन हैं?
लेफ्टिनेंट जनरल मलिक ने पूर्व में बलूचिस्तान में इन्फैंट्री डिवीजन और वजीरिस्तान में इन्फैंट्री ब्रिगेड की कमान संभाली थी. उन्हें ‘स्वोर्ड ऑफ ऑनर' भी मिला है और उन्होंने नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी (एनडीयू) में मुख्य प्रशिक्षक के साथ-साथ कमांड एंड स्टाफ कॉलेज क्वेटा में प्रशिक्षक के रूप में भी सेवा दी है. उनकी नियुक्ति पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए एक महत्वपूर्ण समय पर हुई है. लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने 2021 में डीजी आईएसआई के रूप में नियुक्त किया था.नदीम अंजुम ने ये किया
नदीम अंजुम को पिछले साल ही एक साल का सेवा विस्तार मिला था. उन्हें फैज हमीद की जगह 20 नवंबर 2021 को नियुक्त किया गया था. अंजुम इससे पहले कराची कोर के कमांडर थे.1988 में उन्हें कमीशन मिला था. वह पंजाब रेजीमेंट से हैं. वह पहले आईएसआई चीफ हैं,जिन्होंने प्रेस को संबोधित किया है.उन्होंने इमरान खान के खिलाफ प्रेस में आकर बयान दिए थे.
फैज हमीद भी कम न थे
अभी अगस्त महीने में ही पूर्व आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट-जनरल फैज हमीद को सेना ने गिरफ्तार कर लिया.पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार आईएसआई के किसी पूर्व चीफ के साथ इस तरह का सलूक किया गया है. पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तारी के बाद कहा कि हमीद की गिरफ्तारी का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया था. यह आदेश भूमि विकास मामले और हमीद की सेवानिवृत्ति के बाद पाकिस्तान सेना अधिनियम के कई उल्लंघनों के मामले में दिया गया था.