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6 बंधकों की मौत से उबले इजरायल के लोग, नेतन्‍याहू के खिलाफ जबरदस्‍त विरोध प्रदर्शनों का दौर

09-03 ndtv.in HaiPress

नई दिल्‍ली:

इजरायल-हमास युद्ध (Israel-Hamas War) हजारों लोगों की मौत के बाद अब भी जारी है. हर गुजरते वक्‍त के साथ युद्ध में अपनी जान गंवाने वालों की संख्‍या बढ़ती जा रही है,लेकिन युद्ध है कि थमता ही नहीं है. इजरायली रक्षा बलों (Israel Defense Forces) को गाजा पट्टी के रफा इलाके से छह बंधकों के शव (Hostages Bodies) बरामद हुए हैं. इसके बाद से इजरायल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू (PM Benjamin Netanyahu) और उनकी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला तेज हो गया है. आरोप है कि बंधकों की रिहाई के लिए नेतन्‍याहू कोई गंभीर कदम नहीं उठा रहे हैं.

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू पर बंधकों की जल्‍द घर वापसी का दबाव बढ़ता जा रहा है. लाखों की संख्‍या में लोग इजरायल की सड़कों पर उतरे हैं और नेतन्‍याहू से लगातार हमास के साथ समझौते पर पहुंचने की मांग कर रहे हैं. नेतन्‍याहू के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शनों के बीच रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि समय खत्‍म हो रहा है. गैलेंट का यह कहना छह दलों की बैसाखी पर चल रही सरकार के लिए अच्‍छा संकेत नहीं है और इससे सरकार के भीतर ही मतभेद उभरते नजर आ रहे हैं.

नेतन्‍याहू और गैलेंट के बीच उभरे मतभेद

इजरायल के विभिन्‍न चैनलों ने कहा है कि पीएम नेतन्याहू और रक्षा मंत्री गैलेंट के बीच गुरुवार को आयोजित सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में तीखी बहस हुई.दोनों के बीच सवाल था कि क्‍या 14 किमी के फिलाडेल्‍फी कॉरिडोर को समझौते के हिस्‍से के रूप में छोड़ देना चाहिए. यह कॉरिडोर गाजा और मिस्र के बीच की सीमा पर है. यह कॉरिडोर फिलहाल इजरायली डिफेंस फोर्सेज के जरिए नियंत्रित किया जा रहा है.

यहां पर इजरायली सैनिकों की तैनाती युद्धविराम समझौते के पहले चरण में हमास के साथ विवाद का प्रमुख मुद्दा रहा है. हमास चाहता है कि इजरायली सेना को इस इलाके से हट जाना चाहिए. नेतन्‍याहू चाहते हैं कि आईडीएफ इस गलियारे में बना रहे,जबकि गैलेंट का कहना है कि हमास इस पर सहमत नहीं होगा,इसलिए कोई समझौता नहीं होगा और कोई बंधक रिहा नहीं किया जाएगा.

साथ ही गैलेंट ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हम इस रास्ते पर चलते रहे तो हम उन लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पाएंगे जो हमने अपने लिए निर्धारित किए हैं.

विपक्ष के निशाने पर भी हैं सरकार

इजरायल में विपक्ष भी सरकार को घेर रहा है.एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,विपक्षी नेता यायर लैपिड ने 'परिस्थितियों की अनुमति के बावजूद' कोई समझौता नहीं करने के लिए सरकार की आलोचना की है.

लैपिड ने कहा कि हमास हमारे बच्चों के लिए जिम्‍मेदार नहीं है. इजरायल की सरकार इसके लिए जिम्‍मेदार है और उन्हें बंधक समझौता करना चाहिए था,जो करने योग्‍य था और उसे एक महीने पहले ही हो जाना चाहिए था.

बंधकों के शव मिलने पर क्‍या बोले नेतन्‍याहू?

बंधकों के शव मिलने के बाद नेतन्‍याहू ने बेहद सख्‍त शब्‍दों में हमास को चेतावनी दी है. उन्‍होंने कहा कि जिसने भी हमारे लोगों की हत्या की है,हम कोई समझौता नहीं चाहते. हम उन्हें खोजकर लाएंगे और हिसाब लेंगे. साथ ही नेतन्‍याहू ने कहा कि हम आराम नहीं करेंगे और चुप भी नहीं रहेंगे. हम तुम्हारा पीछा करेंगे,तुम्हें पकड़ेंगे और हिसाब चुकता करेंगे.नेतन्‍याहू की चेतावनी बताती है कि वो किसी भी समझौते के पक्ष में नहीं हैं. ऐसे में जनता का विरोध और व्‍यापक हो सकता है.

नेतन्‍याहू ने हाल ही में कहा कि इजरायल ने अमेरिका के समर्थन से 27 मई 2023 को बंधकों की रिहाई के समझौते पर सहमति व्यक्त की थी,लेकिन हमास ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. नेतन्‍याहू ने बातचीत से इनकार करने के लिए हमास की निंदा की है.

इजरायल में जबरदस्‍त विरोध प्रदर्शन

इजरायल में सरकारी विरोधी व्‍यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. यरूशलम में लाखों की संख्‍या में लोग नेसेट के बाहर एकत्रित हुए. यरूशलम और तेल अवीव सहित इजरायल के कई छोटे-बड़े शहरों में विरोध-प्रदर्शन देखने को मिले हैं.

बंधकों के शव बरामद होने के बाद इजरायल के बंधकों और लापता परिवारों के फोरम ने पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है. फोरम ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया. फोरम ने कहा क‍ि सरकार ने बंधकों को मरने के ल‍िए छोड़ द‍िया और उनकी रिहाई के लिए कोई कोशिश नहीं की गई.

लेबर यूनियन की हड़ताल से व्‍यवस्‍थाएं प्रभावित

नेतन्याहू पर दबाव बनाने के लिए देश के सबसे बड़े श्रमिक संघ ने भी हड़ताल शुरू कर दी है,जिसके बाद कई इजरायली जिलों में सेवाएं बाधित हुई हैं. हिस्ताड्रट यूनियन के प्रमुख ने छह बंधकों के शव बरामद होने के बाद हड़ताल का आह्वान किया. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुमान के अनुसार,कम से कम पांच लाख लोग यरूशलेम और तेल अवीव की सड़कों पर उतर आए.

वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच ने इजराइल के लेबर कोर्ट से हड़ताल को खारिज करने की मांग की है. हड़ताल का हवाई,बस और रेल सेवाओं पर आंशिक रूप से असर पड़ा है. वहीं इजरायल के मुख्य वाणिज्यिक बंदरगाह हाइफा के कर्मचारी भी हड़ताल पर हैं. अस्पताल आंशिक रूप से काम कर रहे थे और जबकि बैंकों में काम नहीं हुआ.

जिन बंधकों के शव मिले उनमें एक अमेरिकी भी

इजरायल के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि रफा की सुरंग से जिन छह बंधकों के शव मिले हैं. उनकी पहचान हर्ष गोल्डबर्ग,ईडन येरुशालमी,कार्मेल गैट,अल्मोग सारूसी,एलेक्स लुब्नोव और ओरी डैनिनो के रूप में हुई है. वहीं अमेरिका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इजरायली बलों ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए छह लोगों के शव बरामद किए. बंधकों में से एक अमेरिकी नागरिक हर्ष गोल्डबर्ग-पोलिन था. इससे पहले 24 अप्रैल को हमास ने एक वीडियो जारी किया था,जिसमें गोल्डबर्ग-पोलिन ने कहा कि बंदी "नरक" में रह रहे हैं.

अब भी हमास के पास 100 से ज्‍यादा बंधक

इजरायल पर 7 अक्‍टूबर को हमास ने हमलाकर करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था. पिछले साल नवंबर में युद्धविराम के दौरान 100 बंधकों की रिहाई हो गई थी. वहीं कहा जा रहा है कि 35 की मौत हो गई है. हालांकि अब भी 100 से बंधक हमास के कब्‍जे में बताए जा रहे हैं.

बहुमत से सिर्फ दो सीटें हैं ज्‍यादा

इजरायल में नवंबर 2022 में हुए चुनावों के दौरान 120 सीटों वाली संसद में नेतन्‍याहू की गठबंधन सरकार ने कुल 63 सीटें जीती थीं. जिसमें से नेतन्‍याहू की लिकुड पार्टी को 32 सीटें मिली थीं. इजरायल में बहुमत के लिए 61 सीटें होनी जरूरी है और ऐसे में नेतन्‍याहू बिलकुल किनारे पर हैं.

नेतन्‍याहू और रक्षा मंत्री योव गैलेंट के के बीच मतभेद भी कई सवाल खड़े कर रहे हैं.योव गैलेंट ने कुलानु पार्टी के जरिए अपना राजनीतिक सफर शुरू किया और बाद में लिकुड में शामिल हो गए थे. ऐसे में उनकी नाराजगी क्‍या रुख लेगी,यह देखना होगा.

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